[2022] 3 short love stories in hindi with moral

हम आपके लिए top 3 short love stories in hindi with moral लेके आये है जिस पढ़ कर आप बहुत कुछ सिख सकते है।

top 3 short love stories in hindi with moral

आमिर घमंडी लड़की की कहानी heart touching love story with moral

एक गरीब लडके को एक अमीर लड़की से प्यार हो जाता है। लड़का उस लड़की से बहोत प्यार करता है लेकिन लड़की के दिल में क्या है उसे नहीं पता रहता है। लड़का उस लड़की को इतना प्यार करता है की एक दिन अगर उसे न देखे तो जैसे उसका दिन ही न गुजरे इसलिए वो हर रोज लड़की को देखने के लिए उसके घर के रास्ते से गुजरता था।

ऐसे कई दिनों तक चला फिर लड़के का प्यार इतना बढ़ गया की लड़के ने एक दिन लड़की को पर्पोज कर दिया फिर लड़की ने उसे मन करते हुए कह दिया "सुनो जितना तुम महीने का कमाते हो उतना मै एक दिन में खर्च कर देती हु, मै तुम्हारे साथ कैसे रह सकती हु और तुम मेरे साथ रहने के बारे में कैसे सोच सकते हो, तुम मुझे भूल जाओ मई तुम्हे कभी प्यार नही कर सकती, जाओ किसी अपने लेवल की लड़की से प्यार करो" इतना बोलकर लड़की वहा से चली जाती है।

और लड़का उस लड़की के विचार जानकर भी उसे भूल नही पाया और उस लड़की को प्यार करता रहा।

10 साल बाद - लड़का शोपिंग मॉल में कुछ कपडे लेने जाता है और तभी वो उस लड़की से टकरा जाता है जिस लड़की ने उसके प्यार को ठुकरा दिया था।

जब दोनों आपस में टकराते है तो लड़की उस लड़के को देख का बोलती है, "अरे !! तुम, कैसे हो मेरी तो शादी हो गयी और तुमको पता है मेरे पति महीने के 1 लाख रूपये कमाते है तुम कितना कमाते हो"
यह सुनकर लड़के की आंखे गीली हो जाती है और जैसे ही वो कुछ बोलने वाला रहता है की लड़की का पति वहाँ आ जाता है।

और लड़के को देखते ही बोलता है "अरे!! सर, आप यहाँ और आप मेरी पत्नी को जानते है" इतना बोलकर उसका का पति अपनी पत्नी की ओर देखकर बोलता है, "ये मेरे बॉस है मै इनकी कंपनी में job करता हु"

घमंडी लड़की का पति कहता है,"मेरे बॉस बहोत ही अच्छे इंसान है और बहोत आमिर भी है लेकिन जब वो गरीब थे तब उन्हें किसी लड़की से प्यार हो गया था और जब उन्होंने उस लड़की को पर्पोज किया तो उस लड़की ने मेरे बॉस को मना कर दिया ये बोल कर की तुम जितना कमाते हो उतना मै एक दिन में उड़ा देती हु

और तब से बॉस का दिल टूट गया और उन्होंने अभी तक शादी भी नही की, वो लड़की भी कितना खुशकिस्मत होती अगर उसने मेरे बॉस से शादी कर ली होती" इतना सब सुनकर लड़की चौक गयी और उसे एहसास भी हुआ की उसने बहोत बड़ी गलती कर ली।

moral of this story -

जीवन बहुत ही छोटा है इसे घमंड करने में बर्बाद न करे और सबका भविष्य हमेसा बदलता रहता है किसी को आमिर गरीब देख कर प्यार न करे क्युकी इन्सान गरीब है तो कभी भी आमिर हो सकता है और आमिर है तो वह गरीब भी हो सकता है।

शर्मीले लड़के का सच्चा प्यार - true love story with moral

अजय को उसके किसी रिश्तेदार के घर से शादी का एक निमंत्रण आता है और अजय जब निमंत्रण पत्र खोलता है तो देख कर चौक जाता है की शादी कल मैंने अभी तक शादी में पहनने के लिए कपडे भी नहीं लिए फिर वह मार्किट से कपडे खरीदता है और अपने रिश्तेदार के घर जाने की तयारी करने लगता है।

शादी के दिन जब वो अपने रिश्तेदारों से बात करता है तो उसे एक लड़की दिखाई देती है जिसका नाम अंजली रहता है, अंजली को देखकर अजय जैसे किसी और ही दुनिया में खो जाता है, अंजली बहोत ही खूबसूरत दिखाई देती है और ओ अजय के रिश्तेदार की पडोसी होती है।

अजय हमेशा अंजली को ही देखता है और अंजली को जब ऐसा अनुभव होता है की उसे कोई देख रहा है तो अंजली अजय की तरफ देखती है और अजय शर्मा जाता है और अपनी नजरे निचे कर लेता है।

फिर अंजली जब अपने सहेलियों से बात करने लगाती है तो अजय फिर से अंजली को देखने लगता है और अजय को फिर से देखते हुए अंजली देख लेती है ऐसा कई बार होता है।

तो अंजली अजय से बोलती है "स्क्युज मी आप मुझे बार-बार क्यों देख रहे है" अजय बहोत शर्मीला लड़का था वह डर भी गया की कही मेरी पिटाई ना हो जाये फिर वो डरते हुए बोला वैसे ही देख रहा हु आप बहोत अच्छी लग रही है फिर अंजली बोलती है "अच्छा" इतना बोलकर अंजली वहा से जाने लगाती है।

तभी अजय डरते हुए बोलता है "सुनिए" अंजली बोलती है "हां जी बोलिए" अजय बोलता है, " मै आपसे दोस्ती करना चाहता हु क्या आप मेरी दोस्त बनना पसंद करेंगी"

अंजली बोलती है "नहीं आपके जैसे बहोत लड़के पहले दोस्ती करते है फिर पर्पोज कर देते है वैसे आप भी करेंगे और मुझे ये सब नही करना क्युकी ज्यादातर लड़के प्यार का बहाना कर के use करते है और छोड़ के चले जाते है।

फिर अजय बोलता है "अगर ऐसी बात है तो मै आपको साफ़ साफ़ बता देता हु की मुझे आपसे प्यार हो गया है और मै आपसे शादी भी करना चाहता हु" यह सुनकर अंजली बोली अच्छा मै आपको इतना पसंद आ गयी की आप मुझसे शादी भी करना चाहते है।

अजय बोलता है, "हा अब आप मुझे अपना mobile नंबर दे दीजिये लड़की अपना नंबर दे देती है और दोनों कुछ दिन फ़ोन पे बात करते है तो अंजली को अजय धीरे-धीरे अच्छा लगने लगता है और कुछ दिन बात करने के बाद अंजली भी अजय के प्यार में पागल हो जाती है।

कुछ दिन ऐसे गुजर गए फिर एक दिन अंजलि के माता और पिता जी को यह बात पता चल जाती है और इस बात से अंजलि के मात-पिता नाराज हो जाते है लेकिन समय के साथ-साथ अंजलि के माता पिता को भी वह लड़का पसंद आ जाता है और वे लोग अंजलि की शादी अजय से करने के लिए राज़ी हो जाते है।

अंजलि और अजय बहोत खुश होते है तभी अचानक अजय को एक काल आता है और उसे किसी काम से शहर से बाहर जाना पड़ता है, अजय के गए हुए एक हफ्ते ही हुए थे की अंजलि का एक्सीडेंट हो जाता है।

और अंजलि के चहरे पे चोट लग जाती है जिसके कारण उसका पूरा चेहरा ख़राब हो जाता है और जब अंजलि को एक हफ्ते बाद होश आता है तो सामने उसके माता पिता रोते हुए मिलते है अंजलि को लगता है की कुछ गड़बड़ है और जब वो अपने माँ और पिता जी से बोलती है की मै तो ठीक हु आप दोनों क्यों रो रहे हो।

तब अंजलि के पिता उसे सब कुछ बता देते है और अंजलि बहोत ही दुखी हो जाती है और हमेशा एक कमरे में बैठ कर रोती है अजय को किये गए वादे को तोड़ने की सोचती है क्युकी उसको लगता है की अब मुझसे अजय शादी नही करेगा, यह सब सोचकर वह अजय का काल रिसीव नहीं करती है और न ही उसके मैसज का रिप्लाई देती है।

एक हफ्ते बाद अचानक से अंजलि की माँ उसके कमरे में आती है और उससे से बोलती है अजय वापस अपना काम करके आ गया है और ओ तुमसे मिलना चाहता है तब अंजलि बोलती है, "नहीं मै अजय से नहीं मिलना चाहती उसे बोल दो की वापस चला जाये और मुझे भूल जाए"

अंजलि की माँ उससे बोलती है, "वो शादी कर रहा है और वो निमंत्रण देने आया है" इतना बोल कर उसकी माँ वहाँ से चली जाती है, अंजलि का दिल डूब गया वह उदास हो गयी उसके आँखों में आंसू आ गए लेकिन जब वो शादी का कार्ड खोलती है तो बिलकुल चौक जाती है।

और पीछे की तरफ मूड कर वो अपनी माँ के पास जाने वाली ही रहती है की तभी सामने अजय खड़ा हुआ मिलता है और अंजलि उसको देख कर बोलती है, "ये क्या है शादी के कार्ड पे मेरा नाम" तब अजय जवाब देता है'" मै तुमसे प्यार करता हु, तुम्हारे मन से प्यार करता हु, तुम्हारी आत्मा से प्यार करता हु ना की तुम्हारे तन से"

इतना बोलते ही वह घुटनों के बल बैठ जाता है और अंजलि को शादी के लिए पर्पोज करता है और वह मुस्कुरा के हा कर देती है दोनों की शादी हो जाती है और दोनों बहोत खुश रहते है।

Moral -

इस छोटी सी प्यार भरी कहानी से हमें दो चीज सिखने को मिलता है की हर इन्सान एक जैसा नही होता है और दूसरी सिख, सच्चा प्यार तो दिल से होता है।

सीधी साधी लड़की को मिला प्यार में धोका - moral love story in hindi

एक सीधी साधी लड़की जिसका नाम सपना था वह राजस्थान के एक छोटे से गाव में रहती थी फिर वो MBBS की पढाई करने के लिए अपने दादा जी के पास मुंबई चली जाती है और कुछ दिन दादा जी के साथ रहने के बाद वह कालेज में एडमिशन करा लेती है और वही हॉस्टल में रहने लगाती है।

सपना हर रोज की तरह सुबह उठकर भगवान् का पूजा करके class करने जाती थी कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा और फिर एक दिन class में उसकी एक रवि नाम के लड़के से मुलाकात होती है।

और वो दोनों एक अच्छे दोस्त बन जाते है फिर दोनों एक साथ class में बैठ कर पढने लगते है इससे उन दोनों की दोस्ती और भी गहरी हो जाती है कुछ दिन ऐसे ही चलता है फिर एक दिन सपना बहोत बीमार हो जाती है और उस दिन class करने नहीं जाती है।

रवि उस दिन सपना को class में न देखकर सोचता है आज सपना क्यों नही आई, जब class ख़त्म हो जाता है तो रवि सपना से मिलने के लिए जाता है और उसे इस हालत में देख कर बोलता है तुमने खाना खाया की नही सपना बोलती है "नहीं" फिर रवि उसे खाना खाने को बोलता है और सपना मना कर देती है।

फिर रवि सपना को डांट कर उसे अपने हाथ से खाना खिलाता है खाना खिलाने के बाद उसे दवा खिला कर उसे बेड पर सुला देता है और बोलता है, "आराम करो पढने की कोई जरुरत नही " इतना बोलकर वहा से चला जाता है।

फिर अगले दिन रवि सुबह उठकर पहले सपना से मिलता है और उसका हाल पूछता है सपना बोलती है"मै अभी ठीक हु लेकिन अभी भी थोडा बुखार और सर में दर्द है" रवि कहता है ठीक है आज आराम करो class करने मत जाओ इतना बोलकर वो वहा से चला जाता है।

और फिर जब रवि class कर लेता है तो फिर सपना से मिलने आता है और उसे खाना खिला कर सोने को बोल देता है और अपने रूम में चला जाता है।

रवि के जाने के बाद सपना सोचने लगती है अगर रवि न होता तो मेरा क्या होता वो कितना अच्छा लड़का है मेरा कितना ख्याल रखता है यही सब सोचते- सोचते सो जाती है।

अगले दिन सुबह उठकर सपना अपने रूम के बहार आती है और रवि को देखकर उसके चेहरे पे एक मुस्कान आ जाती है उसी समय रवि भी सपना को देख लेता है और मुस्कराने लगता फिर दोनों एक दुसरे के पास जाते है और रवि सपना का हाल पूछता है।

सपना बोलती है,"अब मै सही हो गयी हु और आज class भी करने आउंगी" फिर रवि बोलता है,"हा जरुर जाओ पहले तैयार तो हो जाओ" फिर दोनों अपने अपने रूम में चले जाते है और नहा खा कर लेक्चर रूम में मिलते है।

सपना रवि को देख कर मुस्कराने लगती है और रवि को देख कर उसे अच्छा फील होता है फिर रवि के प्रति सपना की फीलिंग बदलने लगती है और वो बार बार रवि के बारे में सोचती है, लेक्चर ख़तम होने के बाद रवि सपना से बोलता है,"आज मेरा पढाई में मन नहीं लग रहा था" सपना बोलती है सच में रवि बोलता है "हा" फिर सपना को लगता है की रवि भी मेरी तरह मेरे बारे सोच रहा था जैसे मै उसके के बारे में सोच रही थी।

फिर सपना रवि से पूछती है अच्छा ये बताओ तुम्हारा मन क्यों नही लग रहा था पढाई में, "रवि बोलता है ऐसे ही ध्यान भटक जा रहा था"

सपना बोलती है "सच्च सच बताओ क्या सोच रहे थे तुम्हे मेरी कसम सच सच बताना" रवि बोलता है "तुम्हारे बारे में सोच रहा था तुम मुझे अच्छी लगती हो" सपना बोलती है मुझे भी तुम अच्छी लगते हो फिर रवि सपना को पर्पोज कर देता है।

और सपना हा बोल देती है फिर दोनों हर रोज अपने प्यार का इजहार करते फिर 3 महीने बाद रवि सपना के साथ से**क्स करने को बोलता है और सपना मना कर देती फिर रवि उसे अपनी बातो में बहलाता है और बोलता है,"क्या तुम मुझसे प्यार नही करती" सपना बोलती है करती हु ना लेकिन मै ये सब अभी नहीं करुँगी।

रवि उसको बोलता है शादी तो मै तुमसे ही करूँगा बेबी मान जाओ ना, सपना उसकी बातो में आकर उसके साथ सब कुछ कर लेती है और फिर कुछ साल बाद पढाई ख़तम करने के बाद अपने अपने घर चले जाते है और दोनों एक दुसरे से फोन पे बात करते है।

कुछ साल ऐसे ही गुजर गए, सपना के लिए सपना के घर वाले रिश्ता देखने लगे यह जानकार सपना बहोत दुखी हो गयी और उसने रवि को फोन लगाया और उसे सब बता कर बोली "तुम कब आ रहे हो मेरे घर रिश्ता लेकर" रवि बोलता है,"सॉरी मै तुमसे शादी नही करना चाहता मुझे कोई और मिल गया है अब मुझे दोबारा काल मत करना"

यह सुनकर सपना के पैर तले जमी खिसक गयी और ओ रवि के किये गए वादे को याद करके रोने लगी फिर उसने खुद को संभाला और इस झूटे प्यार को एक सिख समझकर किसी पे जल्दी भरोसा करना छोड़ दिया।

moral -

इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है की किसी व्यक्ति को जब तक हम पूरी तरह ना समझ ले तब तक हमें उस पर पूरा 100 प्रतिशत विश्वास नही करना चाहिए।

अगर आपको यह short moral love stories अच्छी लगी है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे।

[TOP] 4 Best Love stories in hindi | real life love story

love stories in hindi

क्या आप गूगल पे प्यार की कहानियाँ ढूंढ़ रहे है। और ढूंढ़ते-ढूंढ़ते इस वेबसाइट पे आये है तो आप सही जगह पे है क्युकी इस पोस्ट में आपको 4 Love stories हिंदी में मिलेगा जिसमे तिन real love stories है और सबसे लास्ट वाली कहानी आपको पक्का रुला देगी मुझे उम्मीद है इस वेबसाइट पे लिखी हुई कहानियाँ आपको जरुर पसंद आएगी।

1.भारत से स्वीडन - A real life love stories

pradum kumar mahanandiya love story

यह कहानी प्रदुम कुमार महानन्दिया का है जिनका जन्म उड़ीसा के एक बुनकर दलित परिवार में सन 1949 में हुआ था। जैसा की हम जानते है भारत में दलितों को लेकर स्तिथि अभी तक पूरी तरह से सुधर नही पायी है मगर उस समय तो मानो जैसे ये कोई गलती जैसा था। बचप्पन से ही प्रदुम् को कई तरह की यातनाये और उत्पीड़न झेलने पड़े थे।

उन्हें स्कूल में बाकी बच्चो से अलग बिठाया जाता इतना ही नही बल्कि समाज के ही कुछ सरारती बच्चे उनके घर पर पत्थर फेका करते थे।

लेकिन कभी भी इन प्रस्तिथियो को प्रदुम ने अपने ऊपर हाबी नही होने दिया नयी-नयी चीजे सिखने और कुछ कर दिखाने का जज्बा उनके अन्दर हमेसा से ही था। कहते है बचपन से ही प्रदुमन को आर्ट में काफी दिलचस्पी थी।

और प्रदुम ललित कला की पढाई करना चाहते थे मगर पैसो की कमी उनकी रास्ते की रूकावट बन गयी जिसके चलते अच्छे कॉलेज में सिलेक्शन होने के बावजूद वो एड्मिसन नही ले पाए लेकिन कहा जाता है ना किसी चीज को सिद्दत से चाहो तो वो ज्यादा समय तक आपसे दूर नही रह पाती

प्रदुम की काबिलियत को देखते हुए उड़ीशा सरकार ने उनकी मदत के लिए आगे आई और 1971 में उन्हें दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स में पढाई करने का मौका मिला लेकिन प्रदुम की कहानी इतनी शिधि कैसे हो सकती है।

दिल्ली जाकर भी उनकी दिक्कते ख़त्म नही हुई कॉलेज में एड्मिसन तो मिल गया मगर रहने के लिए घर नही था ऐसे में उनको फूटपात पर सोना पड़ता और पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करना पड़ता लेकिन हर कदम पर उनकी कला उनके साथ थी।

कॉलेज के बाद वो शाम को दिल्ली कनौट प्लेस पर लोगो के पोट्रेट बनाया करते जिससे उन्हें कुछ पैसे मिल जाया करते थे रोज़ की तरह एक दिन कनौट प्लेस पे बैठे हुए थे।

तो उनके सामने एक कार आके रुकी जिसकी पिछली सिट पर एक विदेशी महिला बैठी हुई थी उन्होंने प्रदुम को उनका पोट्रेट बनाने को बोला बिना कुछ पूछे प्रदुम ने उन्हें जल्दी से पोट्रेट बना के दे दिया उस पोट्रेट को देख विदेशी महिला इम्प्रेस हो गयी और प्रदुम को मिलने आने के लिए कहा

अगले दिन प्रदुम उस महिला से मिलने पहुचे और उन्हें पता चला की वो महिला कोई और नही बल्कि रूस की वेलेंटिना टेरेशकोया थी जो की दुनिया की पहली महिला अन्तरिक्ष यात्री है।

पोपुलेर्टी की तरफ तो प्रदुम का ये पहला कदम था। एक दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के सच्चेव महानन्दिया के पास आये और उनसे इंदिरा जी का पोट्रेट बनाने को कहा, प्रदुम के बनाये पोट्रेट को देख सभी इतना खुश हुए की उसके बाद से दिल्ली सरकार का रवैया उनके प्रति बदल गया।

तब तक प्रदुम काफी मुस्किल हालातो से गुजर रहे थे मगर फिर सरकार ने उन्हें कुछ जरुरी सुविधाए मुहया करने का फैसला लिया उन्हें देर रात काम करने के लिए बन्दों बस किया गया इसके बाद से प्रदुम दिन रात एक करके मेहनत करने लगे

मगर शायद उन्हें भी इस बात का अंदाजा नही था की कनौट प्लेस के एक कोने में बैठे-बैठे उनकी जिन्दगी बदलने वाली है ये किस्सा साल 1975 का है जब शेर्लोट वोन स्वेडविन स्वीडिश स्टूडेंट मशहुर हिप्पी ट्रेल को फॉलो करते हुए 22 दिन के टूर पर इंडिया आई थी जब वो कनौट प्लेस घुमने के लिए गए।

और उसने प्रदुम को देखा और अपना पोट्रेट बनाने को कहा फिर वही हुआ जिसे हम सभी लोग कहते है लव ऐट फर्स्ट साइड, शेर्लोट को देख प्रदुम इतना नर्वस हो गए की शेर्लोट का पोट्रेट बना ही नही पाए और उन्हें कल फिर से आने के लिए कहा अगले दिन प्रदुम ने शेर्लोट को उनका पोट्रेट बना कर दे दिया।

लेकिन इसके बाद भी शेर्लोट प्रदुम से लगातार मिलने आती रही और दोनों के बिच गहरी दोस्ती और एक अच्छा कनेक्शन बन गया।

दोस्तों किसी भी लव स्टोरी में दो प्यार करने वाले कभी न कभी मिलेंगे ये तो तय होता है मगर वो दिन कौन होगा ये किसी को नही पता होता है। प्रदुम का केश थोडा अलग था दरसल उनके पिता प्रोफेसन से पोस्ट मास्टर होने के साथ-साथ ज्योतिष की भी काफी अच्छी समझ रखते थे।

उन्होंने पहले ही ये बता दिया था की प्रदुम की शादी दुसरे देश की किसी वृषभ राशी वाली एक म्युजिसियन लड़की से होगी जो एक जंगल की मालकिन भी होगी शेर्लोट से मिलने के बाद प्रदुम अपने पिता की भविष्यवाणी याद आई और मजे की बात तो ये है की जब उन्होंने ये बात शेर्लोट से बताई तो उन्होंने कहा हा मै एक म्युजिसियन हु और मेरा जोडिएक साइन भी वृषभ है और तो और शेर्लोट सच में एक बड़े जंगल की मालकिन भी थी।

ये बात करने के बाद प्रदुम को यकीं हो गया की यही वो लड़की है जिसके साथ उनकी शादी होने वाली है। धीरे-धीरे दोनों में प्यार बढ़ता गया और फिर उन्होंने ट्रेवल रीती रिवाजो से शादी कर ली दो तिन हफ्तों के बाद शेर्लोट की विजा ख़त्म होने का दिन आ गया।

फिर उन्हें स्वीडन वापस लौटना पड़ा दूसरी तरफ प्रदुम ने यही रूककर अपने काम को आगे बढ़ाने का फैसला किया और करीब 1 साल 6 महीने अपनी पत्नी से दूर रहे इस दौरान दोनों लेटर्स के जरिये बात किया करते थे।

और आखिरकार साल 1977 में शेर्लोट से मिलने स्वीडन जाने का फैसला किया मगर उनके पास इतने पैसे नही थे की वे हवाई जहाज का टिकेट खरीद पाते ऐसे में उन्होंने अपने पास मौजूद सारा सामान बेच दिया जिससे उन्हें 1200 रूपये मिले।

और फिर होती है हमारे कहानी की हीरो की एंट्री उन्ही 1200 रूपये में से 80 रूपये खर्च कर प्रदुम ने पुरानी साईकिल खरीद ली और पैडल मारते हुए अपने 6000 किलोमीटर से भी ज्यादा लम्बे सफ़र पर निकल पड़े जी हा आपने बिलकुल सही पढ़ा प्रदुम भारत से यूरोप करीब 6000 किलोमीटर का सफ़र साइकल पर तय करने वाले थे।

अपने प्यार से मिलने की राह में उन्हें तरह तरह की मुश्किले झेलनी पड़ी, रास्ते में वो कुछ लोगो की स्केच बनाते और उसके बदले उनसे खाना और एक रात उनके घर में रुकने की मदत मांग लिया करते कई राते तो प्रदुम अपने स्लीपिंग बैग में खुले आसमान के निचे बिताने पड़े।

फिर कुछ रुपयों और कुछ अच्छे लोगो की मदत से प्रदुम ईरान, तुर्की, आफ्गानिस्तान, बुल्गारिया, जर्मनी और ऑस्ट्रिलिया जैसे देशो से गुजरते हुए 5 महीनो के लम्बे सफ़र के बाद आखिर कार स्वीडन की सीमा पर पहुचे लेकिन फिर सुरु होता है क्लाइमेक्स इमिग्रेसन विजा ना होने के कारण प्रदुम को बॉर्डर पे ही रोक दिया जाता है।

और प्रदुम को शादी का सर्टिफिकेट दिखाने के बाद भी स्वीडन के ऑफिसर उन्हें अन्दर नही जाने देते क्युकी उन्हें इस बात पर यकीं नही होता की साईकिल के जरिये कोई इन्सान भारत से वहा तक कैसे पहोच सकता है और ऐसे इन्सान की शादी स्वीडन की एक आमिर लड़की से कैसे हो सकती है।

शादी की तस्वीरो के देखने के बाद उन्होंने शेर्लोट से संपर्क किया और उन्होंने कन्फर्मेशन के बाद ही प्रदुम को सीमा में दाखिल होने की इजाजत दी गयी। अपने पति की स्वीडन जाने की बात सुनकर शेर्लोट खुद प्रदुम को गोदंभग बॉर्डर लेने आयी।

और फिर दोनों साल 1989 में स्वीडन के कानून के अनुसार फिर से शादी की और आज इनके शादी को 40 साल से भी ज्यादा का समय हो गया है। और इनके दो बच्चे भी है, समय समय पर प्रदुम आज भी उड़ीसा अपनी पत्नी के साथ आते है और अपने गाव वालो से मिलकर वापस जाते है।

इसे भी पढ़े -

2.संदीप महेश्वरी की success love story

sandeep maheshwari love story in hindi

संदीप महेश्वरी सर को कौन नहीं जानता लेकिन क्या आप उनकी love story जानते है अगर जानते है तो अच्छी बात है आप निचे दी हुई तीसरी कहानी पढ़ सकते है और अगर इनकी love story नही जानते तो इस कहानी पढ़िए आपको यह कहानी बेहद पसंद आएगी।

एक ऐसा लड़का जिसका सिर्फ एक ही दोस्त था और ये कहानी तब की है जब वो 9वी कक्षा में थे ये अपने आप को हमेशा कम समझते थे और ये बहोत ही इनसेक्योर थे लेकिन लड़ाई झगडा करने में बहोत तेज थे।

जैसे तैसे करके ये 10वी पास हुए तो इन्होने अपना स्कूल चेंज करने को सोचा और किसी दुसरे स्कूल में दाखिला कारने गए और जब वो काउंटर पर दाखिला कराने गए तब संदीप को एक लड़की देखती है।

और इनसे आकर्षित हो जाती है और सोचती है की इस लड़के का दाखिला हो जाये तो मज़ा आ जायेगा लेकिन संदीप को ये बात पता नही होती है की कोई लड़की उनसे आकर्षित हो रही है।

लेकिन जब संदीप दुसरे दिन स्कूल जाते है तो वो भी उस लड़की को देखते है जो लड़की उनको देख कर आकर्षित हुई थी, जब संदीप उस लड़की को देखते है तो उनके मन भी यही बात चलती है की काश ये लड़की मेरी gf बन जाये लेकिन संदीप अपने आपको हमेशा low फील करते है तो इसकी वजह से वो सोचते है जाने दो ये मेरी औकात से ऊपर है।

लेकिन लड़की जिनका नाम रूचि था वो संदीप से बात करने के लिए आती है फिर संदीप और रूचि में दोस्ती हो जाती है जो धीरे-धीरे प्यार में बदल जाता है और दोनों हमेशा साथ में पढ़ते और जब स्कूल से बंक मरना हो तो बंक मार के घुमने निकल जाते थे।

ऐसे करते हुए 1 साल गुजर गए संदीप 12वी कक्षा में चले गए फिर उनको पढ़ने का भूत चढ़ जाता है जिसके वजह से वो रूचि को टाइम नहीं दे पाते थे।

जिसकी वजह से इनके रिश्ते ख़राब होने लगे, रूचि संदीप से बोलती है की पढाई कर रहे हो ठीक है लेकिन ये तो नही की तुम बिलकुल ही मुझे इग्नोर करो लेकिन संदीप के मन हमेशा यही चलता था की नही मुझे पढना है तो बस पढना है।

संदीप ने खूब मेहनत से पढाई की लेकिन मजेदार बात ये है की जब रिजल्ट आया तो पता चला पुरे स्कूल में रूचि ने टॉप किया और संदीप का बस 85% आया था।

12वी पास करने के बाद संदीप की आर्थिक स्तिथि ख़राब होने के वजह से काम करना स्टार्ट कर दिया उन्होंने बहोत काम किये कुछ में फ़ैल हुए तो कुछ में पास और कुछ काम में पास होने के बावजूद उन्होंने वो काम छोड़ दिया क्युकी उनके मन में हमेशा चलता था की उन्हें कुछ ऐसा करना है।

जिसे करने के बाद पैसे भी कमाए जा सके और उस काम को करने में मजा भी आये फिर उन्होंने अपनी एक कंपनी खोली जिसका नाम images bazar था और वो इसमें सफलता भी पा लिए।

और जब उन्हें सफलता मिल गयी और वो आर्थिक रूप से स्थिर हो गए तब जाके संदीप रूचि से शादी कर लिए और आज के समय में उनके दो बच्चे भी है।

तो यही है हमारे संदीप महेश्वरी जी का success love story जिन्होंने अपने कैरिअर में सफलता पाए और अपने प्यार में भी, अगर आपको यह कहानी अच्छी लगी हो तो निचे कमेंट करके जरुर बताइएगा हम आपके लिए ऐसी कहानियाँ लाते रहेंगे।

3.घुटरघू - cute couple romantic love story

ghuturghu romantic love story

सुबह होता है, सूर्य भगवान अपनी दिशा में उगते है, मंदिर की घंटिया बजती है और चिडियों की चहकने की आवाज सुनाई देती है तभी छत पे सोया एक लड़का उठकर अंगडाइया लेता है जिसका नाम प्रदीप होता है।

सुबह उठते ही प्रदीप छत पे इट के निचे से अपना छुपाया हुआ सिगरेट और लाइटर निकालता है और सिगरेट जला कर अपनी आँखे बंद करके एक सुट्टा मारता ही है की तभी उसके बाजु वाले छत पे एक कबूतर उड़कर आके बैठ जाता है।

कबूतर की फडफड की आवाज सुनकर प्रदीप डर जाता है की कही उसके घर वाले उसको सिगरेट पिटे हुए देख ना ले नही तो उसकी कुटाई हो जाएगी।

फिर वो इधर उधर देखने लगता है कोई है तो नही जो उसको सिगरेट पिटे हुए देख रहा हो देखते समय उसे एक कबूतर दिखाई देता है वो कबूतर को देख के मुस्कुराता है उसी समय उसके पड़ोस के छत पे एक कोई नयी लड़की  दिखती है जो अपने रिश्तेदार के घर आई होती है और वो छत पे कपडे सुखाने के लिए आती है।

और प्रदीप उसे देखता है, वो इतनी सुन्दर होती है की प्रदीप उसे देखता ही रह जाता है देखते देखते उसकी सिगरेट जल कर ख़तम हो जाती है और उसके उंगलियों में सिगरेट की आग टच हो जाती है जिसके वजह से वो जल जाता है, उंगलिया जलने के बाद वो अपने उंगलियों को देखने लगता है।

फिर दोबारा वो उस लड़की की तरफ देखता है तो वो वहाँ नही होती है वहाँ से चली जाती है इसके बाद वो लड़का आसमान की तरफ देखता है और मन ही मन बोलता है हे भगवन आज सुबह सुबह किसके दर्शन करा दिए आप

दुसरे दिन लड़का फिर सुबह छत पर अपना camera लेके जाता है और अपने पडोसी के छत पे देखता है लेकिन लड़की वहाँ नही रहती है और उसी समय लड़की के पापा वहाँ आ जाते है और लड़का उन्हें देख कर छुप जाता है।

कुछ समय छुपने के पश्चात प्रदीप के ऊपर एक बॉडी गिरती है और वो बॉडी को उठा के देखने लगता है और फिर सामने देखता है तो वो लड़की अपने छत पे खड़ी हुई होती है।

फिर लड़की अपनी उंगलियों से चुटकी बजाती है और और प्रदीप से बोलती है, "ओ हेल्लो इधर लाके दो"

फिर प्रदीप बॉडी ले जाकर देता है और बोलता है,"इतना बड़ा" फिर लड़की बोलती है,"ये मेरा नही है कबूतर, पता नही कहाँ-कहाँ से आ जाते है ऐसे लोग" लड़की तो उसे गुस्से में ऐसे बोल के चली जाती है लेकिन प्रदीप को देखकर उसे हसी भी आ गयी होती है।

जब वो लड़की प्रदीप को देखती तो उसे हसी आ जाती ऐसे ही दो दिन गुजर जाते है और लड़की के मन में हमेशा प्रदीप का चित्र बनता है और वो बार बार प्रदीप के बारे में सोचती है।

और उस लड़की को प्रदीप से प्यार हो जाता है फिर लड़की प्रदीप से मिलना चाहती है लेकिन उस से डायरेक्ट बोल नही पाती, फिर लड़की ने एक पेपर में मिलने का टाइम लिखकर कबूतर के पैर में बाँध देती है और उस कबूतर को उड़ा देती है।

कबूतर प्रदीप के पास जेक बैठ जाता है और जब प्रदीप उस पेपर को खोलकर देखता है तो वो बहोत खुश हो जाता है और वही छत पे डांस करने लगता है।

कुछ घंटो बाद मिलने का टाइम हो जाता है फिर लड़की छत पे आती है और प्रदीप तो पहले से छत पे रहता है, दोनों मिलते है लेकिन एक दुसरे से बात नहीं करते है कभी लड़की प्रदीप को देख कर मुस्कुराती है तो कभी प्रदीप लडकी
को देख के मुस्कुराता है।

ऐसे करते करते 5 मिनट गुजर जाते है फिर लड़की प्रदीप को कुछ खाने के लिए देती है और प्रदीप उसे जैसे मुह में डालता है वो पागल हो जाता है और चिल्लाने लगता है क्युकी वो बहोत तीखी चीज़ खा लेता है।

फिर लड़की प्रदीप को बोलती है,"चुप रहो नही तो कोई आ जायेगा" और लड़का चुप हो जाता है लेकिन प्रदीप की आवाज सुनकर छत पे लड़की के पापा आ जाते है लेकिन उन दोनों को देख नही पाते क्युकी वो दोनों छिप जाते है।

जब छत पे कोई नही दीखता है तो लड़की के पापा वहाँ से चले जाते है, प्रदीप लड़की को देखता है और लड़की प्रदीप को देखती है दोनों ऐसे ही 5 मिनट एक दुसरे को देखते है फिर लड़का धीरे-धीरे लड़की की तरफ बढ़ता है और वो दोनों एक दुसरे के बहोत करीब हो जाते है।

उन दोनों की साँसे बढ़ने लगती, प्रदीप लड़की को किस करने वाला ही रहता है की लड़की उसे रोक लेती है और उसे कबूतर बोलकर चली जाती है।

दुसरे दिन फिर दोनों छत पे मिलते है और दोनों छत के दीवार पे बैठे रहते है, प्रदीप जितना लड़की के करीब जाता लड़की उतना ही प्रदीप से दूर जाके बैठ जाती, प्रदीप लड़की की तरफ देखता है और कुछ बोले उसके पहले ही लड़की दो कबूतरों की तरफ इशारा करके बोलती है,"जैसा वो दोनों करेंगे वैसे हम भी करेंगे"

तभी वहाँ से एक कबूतर उड़ जाता है और लड़की उसे देखकर वो भी वहाँ से भाग जाती है। अगले दिन फिर दोनों वही छत पे मिलते है।

दोनों कबूतर भी वही पे रहते है लड़की आके छत की दीवार पे बैठती है और दोनों बाते करते है बात करते करते प्रदीप लड़की के बिलकुल करीब जा के बैठ जाता है, लड़की उसके तरफ देखने लगती तो प्रदीप उन कबूतरों की तरफ इशारा करता है।

दोनों कबूतर भी एक दुसरे से चिपक के बैठे होते है फिर दोनों कबूतर एक दुसरे के चोच पे चोच टच करते है ये देख के प्रदीप ख़ुश हो जाता है फिर वो भी लड़की को किस करता है, किस करने के बाद लड़की गमले में से एक छोटा सा कंकड़ उठाती है और कबूतरों की तरफ फेकती है।

कबूतर उड़ता है लेकिन फिर लडखडा जाता है और फिर उसी जगह आके बैठ जाता है ये देख लड़की को डाउट होता है की कबूतर उड़ के फिर क्यों बैठ गया। तो फिर लड़की कबूतरों की तरफ जाती है और देखती है की दोनों कबूतरों को एक सफेद पतले रस्सी से एक दुसरे के पैर में बंधा होता है।

लड़की समझ जाती है की ऐसा प्रदीप ने किया है बस मेरे पास बैठने के लिए फिर वो प्रदीप की तरफ देखती है और गुस्से में चीटर बोल के चली जाती है।

4.फेसबुक का प्यार - heart touching sad love story

यह कहानी अनुज नाम के लड़के की है यह कहानी really में आपको रुला देगा ये कहानी आप अनुज की जुबानी सुनिए। निचे आपको प्ले बटन दिखेगा वहाँ क्लिक करके आप सुन सकते है।



इसे भी पढ़े -

अगर आपको ये कहानियाँ अच्छी लगी हो तो हमें कमेंट कर के बताये।