बरगद के पेड़ का महत्व लाभ और जानकारी - Banyan tree in hindi

banyan tree - बरगद का पेड़
बरगद के पेड़ का इमेज

बरगद का पेड़ विशालकाय और बहुवर्षीय होता है जिसे हम English में Banyan tree भी बोलते है और इस पेड़ को हिन्दू परम्परा के अनुसार पूजनीय माना जाता है, बरगद का पेड़ लगभग हर देश में पाया जाता है।

अगर बात करे दुनिया का सबसे विशालकाय बरगद का पेड़ कहाँ है तो ओ भारत में है और इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है जिसे 'द ग्रेट बनियन ट्री' के नाम से जाना जाता है और ये पेड़ 250 वर्ष से भी ज्यादा पुराना है।

बरगद के बारे में कुछ जानकारी - Information about banyan tree in hindi

बरगद सबसे ज्यादा भारत में पाए जाने वाला पौधा है जिसे 'वट' और 'बड' के नाम से जाना जाता है, यह पौधे आप अपने घरो के आस पास मंदिरों में या फिर किसी रोड के किनारे देखा होगा।

भारत में महिलाएं बट सावित्री की पूजा के दौरान बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। यह पेड़ बहोत ही विशाल होते है और इनकी साखाये सीधी और कठोर होती है इनके फल गोल-गोल और लाल रंग के होते है, बरगद के फल वटफल या पाकड़ के नाम से जाना जाता है।

इस पेड़ के फल में बिज पाया जाता है जो द्विबीजपत्री यानि की इनके भ्रूण में दो बिज पत्र होते है जैसे मटर, चन्ना के बिज अलग-अलग होते है ठीक उसी तरह बरगद के बिज भी होते है।

इस पौधे को वैज्ञानिक रूप से सपुष्पक पौधा कहाँ जाता है मतलब की जिस पौधे में जड़, तना, पत्ती, फूल, फल निश्चित रूप से पाए जाते हैं।

बरगद के पेड़ का महत्व

अगर बात की जय बरगद के पेड़ के महत्व के बारे में तो भारत में इस पेड़ को धार्मिक रूप से बहोत ही महत्त्व दिया जाता है और इसका वैज्ञानिक रूप से भी काफी महत्व है और इस पेड़ को राष्ट्रिय पेड़ का महत्व मिला है।

बरगद के पेड़ का धार्मिक महत्व

आपने अक्सर सुना होगा की बरगद के पेड़ में ब्रम्हा, विष्णु और शिव भगवान् का वास होता है इसीलिए भारत में महिलाएं बट सावित्री की पूजा के दौरान बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं।

बरगद के पेड़ का वैज्ञानिक महत्व

  • इस पेड़ का सबसे पड़ा महत्व यही है की ये बाकी पौधों से सबसे ज्यादा ऑक्सीजन हमें देता है और पर्यावरण को शुद्ध रखता है
  • आकाल के समय में भी यह वृक्ष हरा भरा रहता है
  • आयुर्वेद के अनुसार बरगद का तना, जड़ और पत्ते से बहोत से औषधियों का निर्माण किया जाता है।

बरगद के पेड़ का लाभ

अगर बात की जाय बरगद के पेड़ की लाभ के बारे में तो बरगद के जड़, ताना और पत्तो का उपयोग कर के इसकी बहोत सारी आयुर्वेदिक दवाओ का निर्माण किया जाता है।

बरगद के पेड़ से बहोत सी बीमारियों का इलाज किया जाता है जैसे - 
  • बालो की समस्या पर इसका इसका प्रयोग किया जाता है
  • आँखों के रोग में इसका उपयोग किया जाता है
  • नाक से खून आने पर इसका उपयोग किया जाता है
  • चेहरे की चमक के लिए
  • कान के रोगों में 
  • दांत के रोगों में
  • खासी जुखाम में भी इसका प्रयोग किया जाता है
  • बरगद के पेड़ से पेचिस रोग की दावा बनाई जाती है
  • मधुमेह में इसका प्रयोग किया जाता है
  • कमर दर्द में भी इसका प्रयोग किया जाता है 
  • शारीर को पुष्ट बनाने में भी इसका उपयोग होता है
  • अधिक नींद आने पर 
  • यादाश्त बढाने में 
  • पेड़ की चल से घाव के इलाज में भी इसका उपयोग होता है

बरगद से सम्बंधित पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर

प्रश्न:- बरगद का पेड़ कैसे लगाये?
उत्तर:- बरगद के बिज को मिटटी में गाढ़ देने से बरगद का पेड़ उग जायेगा या फिर आपको कही पर छोटा बरगद का पौधा दिखाई दे तो आप उसे वहाँ जड़ सहित उखाड़ ले और थोड़ी सी मिटटी भी वहाँ से लेले फिर आप जहा पर उस पौधे को लगाना चाहते है वह गढ्ढा खोदे और उसमे वो मिटटी डाल दे फिर उस पेड़ के जड़ को उस गड्ढे में डाल कर उसे मिटटी से ढक दे और उसकी जड़ में प्रतिदिन एक हफ्तों तक पानी डाले ये पौधा लग जायेगा।

प्रश्न:- बरगद का पेड़ किस दिन लगाना चाहिए?
उत्तर:- बरगद का पेड़ आप किसी भी दिन लगा सकते है

प्रश्न:- बरगद का पेड़ घर में लगाना चाहिए या नहीं?
उत्तर :- हिन्दू धर्म के अनुसार बरगद का पेड़ घर में नहीं लगाना चाहिए इसे घर के उत्तर दिशा में लगा सकते है या फिर इसे मंदिरों में लगाये।

प्रश्न:- बरगद के पेड़ से दूध कैसे निकाले?
उत्तर:- कोई एक नुकीली चीज़ ले और बरगद के पेड़ में थोडा सा छेद कर दे वहाँ दूध निकलने लगेगा या फिर बरगद के पत्ते को तोड़ने पर उसमे से भी दूध निकलता है आप पत्ते तोड़कर भी दूध निकाल सकते है।

प्रश्न:- बरगद का पेड़ किसका प्रतीक है?
उत्तर:- बरगद का पेड़ त्रीमूर्ति का प्रतीक है क्युकी बरगद के छाल में विष्णु, जड़ में ब्रम्हा और शाखाओ में शिव भगवान का वास रहता है।

प्रश्न:- बरगद के पेड़ की आयु(उम्र) कितनी होती है?
उत्तर:- इसकी उम्र को लेकर कुछ नही कहा जा सकता है क्युकी अब तक कुछ बरगद के पेड़ ऐसे भी है जिनकी उम्र 400 साल से भी ज्यदा है।

प्रश्न:- बरगद को राष्ट्रीय वृक्ष कब घोषित किया गया?
उत्तर:- बरगद को 1950 में राष्ट्रीय वृक्ष कब घोषित किया गया?

प्रश्न:- बरगद का वैज्ञानिक नाम क्या है?
उत्तर:- बरगद का वैज्ञानिक नाम Ficus benghalensis है।

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